जयपुर का लोक उत्सव तीज महोत्सव होगा वृहद् स्तर पर आयोजित...
जयपुर, 24 जुलाई। श्रावण मास मानसून के साथ उल्लास व उमंग साथ लाता है। बारिश से धरती की प्यास बुझती है, चारों ओर हरियाली छा जाती हैं, मौसम सुहावना हो जाता है। इसी साथ शुरूआत होती है उल्लास, उमंग व प्रेम के प्रतीक उत्सव तीज की। पौराणिक कथाओं के अनुसार देवी पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए वर्षों तपस्या की थी। तीज देवी पार्वती के भगवान शिव से मिलन का उत्सव है। इस दिन कुमारियां देवी पार्वती का पूजन कर भगवान शिव जैसा पति पाने की प्रार्थना करती हैं और सुहागिनें अपने पति के दीर्घजीवन की कामना करती हैं। जयपुर में वैसे तो कई उत्सव होते हैं परन्तु सावन के तीज के उत्सव का अपना ही महत्व हैं। तीज मुख्य रूप से महिलाओं का त्योहार है। इस दिन कुमारियां, नवौढा तथा सुहागिने लहरिया वस्त्र व आभूषण धारण करती है, हाथों व पैरों में मेहन्दी रचाती है। समूहों में पेड़ों ....... Read More