राज्य स्तरीय संस्कृत विद्धतजन सम्मान समारोह, संस्कृत भाषा ही नहीं, भारत की आत्मा, ज्ञान की...
जयपुर, 7 अगस्त। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि संस्कृत सिर्फ भाषा नहीं, भारत की आत्मा, ज्ञान की गंगा और सनातनी चेतना की संवाहक भी है। संस्कृति और संस्कारों का संरक्षण केवल संस्कृत से ही हो सकता है। श्री देवनानी गुरूवार को संस्कृत शिक्षा विभाग राजस्थान सरकार की ओर से नगर निगम उदयपुर के सुखाड़िया रंगमंच सभागार में आयोजित राज्य स्तरीय विद्वतजन सम्मान समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। श्री देवनानी ने कहा कि संस्कृत विश्व की सभी भाषाओं की जननी है। यह मनुष्य के व्यक्तित्व को भीतर से निखारती और पल्लवित करती है। इसमें ऋषियों की अनुभूति और वेदों की वाणी निहित है। हमारी संस्कृति और संस्कारों को बचाना है तो संस्कृत को बचाना अति आवश्यक है। इस बात का संतोष है कि केंद्र और राज्य सरकारें संस्कृत के संरक्षण के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। संस्कृत निदेशालय स्थापित करने वाला राजस्थान प्रथम राज्य है। ....... Read More