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पण्डित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा, जनकल्याण की अनुगूंज
जयपुर 26 जून। अंत्योदय की प्रतिबद्धता के साथ राजस्थान सरकार पण्डित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा 2025 का आयोजन राजस्थान के ग्रामीण परिदृश्य में 24 जून से 9 जुलाई तक प्रतिदिन 09ः30 बजे से 05ः30 बजे तक प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर शिविर लगाकर कर रही है। यह अभियान न केवल सरकारी योजनाओं का धरातलीकरण है बल्कि जनकल्याण की अनुगूंज भी हैं। इन शिविरों में सरकार गांवों की चौपालों तक पहुंच रही है और अंतिम छौर पर बैठे व्यक्ति का सरकारी योजनाओ के माध्यम से कल्याण का कार्य भी कर रही है। अभियान को प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की मंशानुरूप जिले में सफल बनाने के लिए जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के नेतृत्व में पूर्ण सक्रियता, पारदर्शिता और समर्पण के साथ जनहित के कार्य शिविरों में किए जा रहे हैं। पखवाडे़ का मूल उद्देश्य-सेवा, सरलता और सरोकार:- यह केवल एक पखवाड़ा नहीं है बल्कि राज्य सरकार की जन-सेवा की प्रतिबद्धता का एक जीवन्त उदाहरण है। इसमे शासन और प्रशासन एकजुट होकर जनता की समस्याओं का तत्काल समाधान सुनिश्चित कर रहे है। पण्डित दीनदयाल उपाध्याय की अंत्योदय की परिकल्पना को जमीनी स्तर पर साकार करना इस पखवाडे़ का मुख्य उद्देश्य है। पखवाड़े के आयोजन की पूर्व तैयारियों के रूप में शिविर लगाने से पहले क्षेत्रीय सर्वेक्षण कर जरूरतमंदों की पहचान कर ली गई है ताकि पखवाडे़ के दौरान सरकार के 16 विभागों की विभिन्न बहुआयामी सेवाओं को आसानी से आम जन तक पहुॅचाया जा सके। विभागवार कार्ययोजना- राजस्व विभाग- -सीमाज्ञान, नामांतरण, पत्थरगढ़ी, रास्ते, भूमि आवंटन जैसे लंबित प्रकरणों का निस्तारण । -राजस्व मंडल से तलब अभिलेखों का निष्पादन। -अटल ज्ञान केन्द्र हेतु भूमि/भवन चिन्हित करना। ग्रामीण विकास विभाग- -21,000 रूपए की डीबीटी प्रोत्साहन राशि का वितरण (गरीबी मुक्त गांव योजना के तहत) -बीपीएल परिवारों का सत्यापन, सर्वेक्षण और योजनाओं से जोड़ना। पंचायती राज विभाग- -स्वामित्व पट्टों का वितरण। -जलग्रहण संरचनाओं की मरम्मत। ऊर्जा विभाग- -बिजली के झूलते तार, पोल और वृक्षों की छंटाई -जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग -लंबित नल कनेक्शन और टंकी की सफाई। -जलदाब सुधार, पाइपलाइन मरम्मत और लीकेज निवारण। जल संसाधन विभाग- -नहरों की सफाई, गाद निकासी, गेट ग्रीसिंग। -बाड़ाबंदी, खाल-आड़ विवादों का समाधान। -हस्तांतरित जल संरचनाओं की मरम्मत। कृषि एवं उद्यानिकी विभाग- -ड्रिप, फव्वारा योजनाओं को स्वीकृति। -मृदा नमूना और स्वास्थ्य कार्ड वितरण। वन विभाग - -पौधारोपण, नर्सरी से पौधा वितरण। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग- -एनएफएसए के लंबित प्रकरणों का समाधान। - आधार सीडिंग, ई-केवाईसी नए पात्र परिवारों का समावेश। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग- - UDID कार्ड जारी करना - MN DY काउंटर पर दवाओं की निर्बाध आपूर्ति । -आयुष्मान कार्ड वितरण, टीवी स्क्रीनिंग, सिलिकोसिस पीड़ितों की पहचान। पशुपालन विभाग- -पशु चिकित्सा शिविर, हेल्थ सर्टिफिकेट, बीमा पॉलिसियों का निर्माण। शिक्षा विभाग- -स्कूल परिसरों और शौचालयों की मरम्मत। -फर्नीचर, बोर्ड पंखों की कार्यशीलता सुनिश्चित करना। -नामांकन अभियान, अटल टिंकरिंग लैब शुभारंभ। -यूनिफार्म ट्रांसफर और मध्याह्न भोजन श्री अन्न का उपयोग। उच्च शिक्षा विभाग- -स्कूटी मरम्मत और वितरण। स्वायत्त शासन विभाग (शहरी क्षेत्रों हेतु) -नालों की सफाई, पौधारोपण स्थलों की पहचान। -मुख्यमंत्री सद्भावना केंद्रों का संचालन। -स्ट्रीट लाइट्स की मरम्मत और संभावित अतिवृष्टि की तैयारी। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग- -सामाजिक सुरक्षा पेंशन सत्यापन। -बारिश के मौसम में संभावित आपात स्थितियों के लिए पूर्व तैयारी। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग- -लंबित नल कनेक्शन शीघ्र जारी करना। -पानी की टंकियों की साफ-सफाई करवाना। - जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के स्रोतो के लंबित विद्युत कनेक्शन जारी कराना। -ग्रीष्मकाल में जलापूर्ति करने हेतु किये जा रहे आकस्मिक कार्यों का सत्यापन करना। जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग- -विभागीय आवासीय विद्यालयों एवं छात्रावासों में साफ-सफाई और सुधार कार्य करना। सेवा, संकल्प और संवेदना का अभियान पण्डित दीनदयाल उपाध्याय अन्त्योदय संबल पखवाड़ा 2025 को व्यापक प्रभाव और सतत् परिणामों की दिशा में ले जाने के लिए जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासनिक तंत्र तक की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई है। पंचायत स्तर से लेकर राज्य स्तर तक सभी हितधारकों को एक साझा मंच पर लाकर इस अभियान को जन आंदोलन का स्वरूप देने का प्रयास किया जा रहा है। ग्राम पंचायतों में आयोजित हो रहे इन शिविरों में सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, प्रधान, जिला प्रमुख, विधायक और सांसदों को आमंत्रित किया गया है ताकि वे अपने क्षेत्र की समस्याओं की प्राथमिकता के आधार पर प्रस्तुत कर सकें और आमजन को योजनाओं की जानकारी देने में सहयोगी बनें। वहीं प्रशासनिक स्तर पर ग्राम विकास अधिकारी, पटवारी, गिरदावर, विकास अधिकारी, उपखंड अधिकारी, जिला स्तरीय विभागीय अधिकारी, सभी की भूमिकाएं स्पष्ट रूप से सुनिश्चित की गई हैं। अभियान के संचालन में किसी -प्रकार की शिथिलता न आए, इसके लिए राज्य स्तर पर प्रमुख सचिव, संयुक्त सचिव और जिले स्तर पर जिला कलेक्टरों द्वारा गहन मॉनिटरिंग के लिए नियमित रूप से समीक्षा भी सुनिश्चित की जा रही है। हर स्तर पर उत्तरदायित्व के निर्धारण, तकनीकी एवं लॉजिस्टिक सपोर्ट, उपलब्ध करवाने के साथ-साथ नोडल अधिकारियों की नियुक्ति से यह स्पष्ट होता है कि सरकार इस अभियान को न केवल एक औपचारिक आयोजन के रूप में देख रही है, बल्कि इसे 'सेवा, संकल्प और संवेदना' के आधार पर अंतिम छोर तक पहुंचाने का गंभीर प्रयास कर रही है। जयपुर जिले की दूदू तहसील स्थित बिचून ग्राम से पण्डित दीनदयाल उपाध्याय संबल पखवाडे़ का शुभारम्भ करने के उपरान्त माननीय मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने, शिविरों मे जाकर अपने लम्बित कार्य पूरे करवाने के साथ-साथ दूसरो को भी प्रेरित करने का आह्वान किया है।#rajasthannews #currentnews #indianews #politicalnews #newstoday #latestnews #viralnews #todaysnews