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राज्य में लगेगी 6 हजार मेगावाट क्षमता की ऊर्जा भण्डारण परियोजना - उर्जा राज्य मंत्री
जयपुर, 10 सितम्बर। उर्जा राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) श्री हीरालाल नागर ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य में 6 हजार मेगावाट क्षमता की बैटरी उर्जा भंडारण प्रणाली की स्थापना की जाएगी। इससे अक्षय ऊर्जा स्रोतों से दिन में उत्पन्न बिजली को संरक्षित कर रात में उपलब्ध कराया जा सकेगा। उर्जा राज्य मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस सम्बन्ध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान की भविष्य की ऊर्जा आवश्यकताओं के लिए केंद्रीय उपक्रमों के साथ संयुक्त उद्यम के अंतर्गत 4 हजार 895 मेगावॉट क्षमता की परंपरागत तथा 38 हजार 343 मेगावॉट क्षमता की अक्षय ऊर्जा परियोजनाएं विकसित करने हेतु 2,00,800 करोड़ रुपये के निवेश आधारित एमओयू किए गए। उन्होंने बताया कि बजट 2024-25 में 1000 मेगावाट ऑवर की क्षमता के साथ बैटरी भंडारण प्रणाली स्थापना की घोषणा की गयी थी। इसकी क्रियान्विति के क्रम में 500 मेगावाट व 1000 मेगावाट ऑवर हेतु भारत सरकार द्वारा स्टेट कोम्पोनेन्ट के तहत वायबिलिटी गेप फंडिंग सहायता (27.00 लाख रूपये प्रति मेगावॉट-घंटा) के साथ यह 500 मेगावाट व 1000 मेगावाट ऑवर की स्थापना के लिए उत्पादन निगम की ओर से कार्यादेश जारी कर दिए गए हैं। इन परियोजनाओं की स्थापना दिसम्बर 2026 तक पूर्ण किया जाना अपेक्षित है। श्री नागर ने कहा कि शेष 500 मेगावाट व 1000 मेगावाट घंटा क्षमता की राजस्थान में स्थापना हेतु एनवीवीएन द्वारा कार्यादेश जारी कर बजट घोषणा को मूर्त रूप दिया जा चुका है। इसके अतिरिक्त केंद्र सरकार के विद्युत मंत्रालय द्वारा 9 जून 2025 को वीजीएफ़ सहायता (18.00 लाख रूपये प्रति मेगावॉट घंटा) के साथ राजस्थान को 4000 मेगावॉट-घंटा बीईएसएस क्षमता आवंटित की गई। जिसमें से 1000 मेगावॉट व 2000 मेगावॉट घंटा बीईएसएस की स्थापना के लिए आरवीयूएनएल द्वारा 16 जून 2025 को आरएफएस जारी की गई जिसकी तकनीकी निविदा 4 सितम्बर 2025 को खोल दी गई है। उन्होंने बताया कि शेष 2000 मेगावाट घंटा बीईएसएस की स्थापना के लिए भी आरवीयूएनएल द्वारा 5 अगस्त 2025 को निविदाएं जारी की जा चुकी हैं। निविदा खोलने की दिनांक 24 सितम्बर 2025 प्रस्तावित है। इससे पहले विधायक श्री गोविन्द प्रसाद के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में उर्जा राज्य मंत्री ने एक जनवरी 2023 से जुलाई 2025 तक राज्य में स्थापित डिस्कॉम से अनुबंधित नवीन इकाइयों की विद्युत उत्पादन क्षमता 4457.98 मेगावाट एवं इनसे 6308.66 मिलियन यूनिट विद्युत खरीद का विवरण सदन के पटल पर रखा। उन्होंने बताया कि नवीन सौर ऊर्जा सयंत्र और बायोमास ऊर्जा सयंत्रों की स्था्पना विभिन्न विकासकर्ताओं द्वारा स्वयं के स्तर पर की गई है एवं इनसे विद्युत उत्पादन प्रारंभ हो गया है। उक्त आणविक ऊर्जा सयंत्र का निर्माण केन्द्रीय सरकार के अधीन उपक्रम न्यूक्लियर पॉवर कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा किया गया है। उपरोक्त हेतु कोई राशि स्वीकृत एवं व्यय नहीं की गई है। #breakingnews #news #rajasthannews #currentnews #indianews #politicalnews #newstoday #latestnews #viralnews #todaysnews