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राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम— चिकित्सा मंत्री ने बच्चों को खिलाई एल्बेण्डाजॉल की दवा, प्रदेश में 3.33 करोड़ बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य

जयपुर, 22 अगस्त। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को जयपुर स्थित अपने राजकीय निवास पर बच्चों को एल्बेण्डाजोल की दवा खिलाई। उन्होंने बच्चों को दवा खिलाने के साथ ही उनके परिजनों को बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए नियमित अंतराल पर यह दवा खिलाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं। उनका स्वास्थ्य अच्छा हो और शारीरिक विकास में किसी तरह की बाधा नहीं आए, इसे ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम देशभर में चलाया जा रहा है। राजस्थान में भी इस कार्यक्रम का प्रभावी तरीके से संचालन किया जा रहा है। प्रदेश में 1 वर्ष से लेकर 19 वर्ष तक के करीब 3 करोड़ 33 लाख बच्चों एवं किशोर—किशोरियों को एल्बेण्डाजोल की दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के तहत अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन कर आंगनबाडी से लेकर विद्यालयों तक में 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों को एल्बेंडाजोल दवाओं की खुराक दिलवाई जा रही है। इससे बच्चों व किशोर-किशोरियों में कृमि संक्रमण के प्रसार में प्रभावी कमी दर्ज की गयी है। उन्होंने बताया कि 22 अगस्त को दवा खाने से वंचित रहे बच्चों को 29 अगस्त को मॉप अप दिवस पर दवा खिलाई जा सकेगी। निदेशक आरसीएच डॉ. मधु रतेश्वर ने बताया कि स्वस्थ्य बच्चे एवं स्वस्थ किशोर स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण मे महत्त्वपूर्ण घटक है। बच्चों व किशोर-किशोरियों में हीमोग्लोबिन की कमी (अनीमिया) का एक कारण कृमि संक्रमण भी है। कृमि अस्वछता और गन्दगी से फैलते हैं और संक्रमित मिट्टी के माध्यम से संचारित होते हैं। कृमि संक्रमण बच्चों के शारीरिक विकास, हीमोग्लोबिन स्तर, पोषण और बौद्धिक विकास पर भी हानिकारक प्रभाव डालता है। निश्चित समयांतराल पर कृमि मुक्ति (डिवर्मिंग) करने से कृमि संक्रमण (पेट के कीडों की समस्या) के फैलाव को रोका जा सकता है। परियोजना निदेशक शिशु स्वास्थ्य डॉ. प्रदीप चौधरी ने बताया कि प्रतिवर्ष की भांति ही इस वर्ष भी राज्य में 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों एवं किशोर किशोरियों को कृमि से मुक्त करने के उद्देश्य से 22 अगस्त को कृमि मुक्ति दिवस मनाया गया। इस दिन दवा लेने से वंचित रहे बच्चों हेतु 29 अगस्त को मॉप-अप दिवस का आयोजन किया जाएगा। बच्चों व किशोर-किशोरियों को आंगनवाड़ी केन्द्रों, राजकीय विद्यालयों, निजी विद्यालयों, मदरसों, उच्च शिक्षण संस्थानों, तकनीकी संस्थानों में एल्बेण्डाजॉल की गोलियाँ खिलाने की व्यवस्था की गई है।#breakingnews #news #rajasthannews #currentnews #indianews #politicalnews #newstoday #latestnews #viralnews #todaysnews