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निरामय राजस्थान अभियान— प्रदेश के 4350 सीएचओ को वेबीनार के माध्यम से दिया प्रशिक्षण

जयपुर, 22 अगस्त। मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा की पहल एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के मार्गदर्शन में प्रदेश में निरामय राजस्थान अभियान संचालित कर गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के साथ ही स्वास्थ्य संवर्द्धन की दिशा में प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को निरामय राजस्थान के अन्तर्गत सितम्बर माह की निर्धारित थीम जंक फूड को ना कहें विषय पर अतिरिक्त मिशन निदशक एनएचएम डॉ टी. शुभमंगला की अध्यक्षता में वेबीनार आयोजित की गई। इस वेबीनार के माध्यम से प्रदेशभर में कार्यरत 4 हजार 350 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को आवश्यक जानकारियां प्रदान की गई। अतिरिक्त मिशन निदेशक ने बताया कि वेबीनार में आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर कार्यरत सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को निरामय राजस्थान अभियान से सम्बंधित गतिविधियों को प्रभावी रूप से संपादित करने के बारे जानकारी प्रदान की गई है। उन्होंने प्रत्येक स्तर पर सम्बंधित अधिकारियों द्वारा गतिविधियों का आयोजन तथा मॉनिटरिंग करने पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि बैठकों एवं शैक्षणिक संस्थानों में जंक फूड से होने वाले नुकसानों के बारे में जानकारी प्रदान करने के साथ ही स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के बारे में चर्चा की जाए। वेबीनार में यूनिसेफ की प्रतिनिधि डॉ. मनीषा चावला ने बताया कि जंक फूड में कैलोरी अधिक लेकिन विटामिन, खनिज और फाइबर जैसे आवश्यक तत्वों की बहुत कमी होती है। जंक फूड के उपयोग को कम करने के लिए समुदाय में जागरूकता लाने में सीएचओ की महत्वपूर्ण भूमिका है। आमुखीकरण में यूनिसेफ के श्री आदित्य अग्निहोत्री ने कहा कि निरामय राजस्थान का एक अहम भाग मानसिक स्वास्थ्य भी है। शारीरिक स्वास्थ्य की ही तरह मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। स्टेट नोडल ऑफिसर मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम डॉ. एस. एम. स्वामी ने मानसिक स्वास्थ्य विषय पर विस्तार से जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए परिवार व अन्य हितधारकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। रोगी की समय पर पहचान तथा समय पर विशेषज्ञ चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। उन्होंने बताया कि टोल फ्री नम्बर टेलीमानस हैल्पलाइन 14416 तथा 1800 89 14416 के माध्यम से तत्काल सहायता तथा आवश्यक काउंसलिंग प्राप्त की जा सकती है। इसी क्रम में चिकित्सा विभाग द्वारा मनदर्पण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। यूनिसेफ के श्री विनोद व्यास एवं डॉ. अनुराग जोशी ने भी अपने विचार प्रकट किए। #breakingnews #news #rajasthannews #currentnews #indianews #politicalnews #newstoday #latestnews #viralnews #todaysnews