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राज्य के खनन क्षेत्रों व खान विभाग के कार्यालयों द्वारा 11 लाख 74 हजार से अधिक पौधारोपण -मुख्यमंत्री व खानमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के निर्देशन पर पहली बार व्यापक स्तर पर पौधारोपण -पौधारोपण के साथ ही रखरखाव की भी जिम्मेदारी तय

जयपुर, 14 अगस्त। माइंस व भू-विज्ञान विभाग के प्रमुख सचिव श्री टी. रविकान्त द्वारा हरियालो राजस्थान अभियान के तहत खनन क्षेत्रों व विभागीय कार्यालयों में व्यापक स्तर पर पौधारोपण पर बल देते हुए अगस्त के पहले सप्ताह तक 11 लाख 74 हजार से अधिक पौधारोपण करवाया जा चुका है। विभाग अपने स्तर के साथ ही माइनिंग लीज धारकों से समन्वय बनाते हुए पहलीबार इतनी अधिक संख्या में पौधारोपण करवाने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री व खान मंत्री श्री भजन लाल शर्मा के निर्देशन व मार्गदर्शन में प्रदेश में माइनिंग सेक्टर में व्यापक स्तर पर पौधारोपण का कार्यक्रम हाथ में लिया गया है। मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा द्वारा खनिज एक्सप्लोरेशन कार्य में तेजी लाने, अवैध खनन पर कारगर रोक, वैध खनन को बढ़ावा देने, अधिक से अधिक माइनिंग प्लाट तैयार कर ऑक्शन करने के साथ ही पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए व्यापक स्तर पर पौधारोपण पर जोर दिया जा रहा है। श्री टी. रविकान्त ने बताया कि माइंस विभाग के खनन गतिविधियों से जुड़े होने के कारण पर्यावरण संरक्षण की भी अधिक जिम्मेदारी हो जाती है। प्रत्येक जिले के खनन पट्टा क्षेत्रों में जहां खनन कार्य पूरा होकर बंद हो चुका है वहां कम से कम एक खान चिन्हित कर उसका पुनर्भरण करवाने और फिर उस स्थान पर व्यापक वृक्षारोपण कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। इससे पहले साल में दो-तीन लाख तक ही पौधारोपण होता था। प्रमुख सचिव माइंस श्री टी. रविकान्त ने बताया कि विभाग द्वारा अतिरिक्त निदेशक स्तर के अधिकारी श्री महेश माथुर को पौधारोपण अभियान के लिए नोडल अधिकारी बनाने के साथ ही विभाग के सभी खनि अभियंता व सहायक खनि अभियंताओं को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण खान एवं भूविज्ञान विभाग की प्राथमिकता में आता है और उसी को ध्यान में रखते हुए व्यापक स्तर पर पौधारोपण करवाया जा रहा है। विभाग द्वारा पौधारोपण के साथ ही मानसून सीजन के दौरान लगाये जाने वाले पौधों व वृक्षों के रखरखाव और सारसंभार की जिम्मेदारी भी संबंधित अधिकारियों व संस्थाओं को दी है ताकि पौधारोपण अभियान अपने उद्देश्यों में पूरा हो सके। पौधारोपण के दौरान छायादार-फलदार वृक्षों में नीम, बड़, पीपल, आम, शहतूत, शीशम, गुलमोहर, अशोक, जामुन आदि वृक्षों को लगाने पर जोर दिया गया है। पौधारोपण-वृक्षारोपण के दौरान राजस्थान की भौगोलिक स्थितियों के अनुसार कम पानी और जल्दी बढ़ने वाले वृक्षों और पौधों को लगाने में प्राथमिकता दी जा रही हैं। निदेशक माइंस श्री दीपक तंवर ने बताया कि हरियालो राजस्थान के तहत माइंस विभाग ने विभागीय कार्यालयों के साथ ही माइनिंग लीजधारकों व माइनिंग क्षेत्र के एसोसिएशनों को भी पौधारोपण अभियान से जोड़ा गया है। राज्य नोडल अधिकारी अतिरिक्त निदेशक श्री महेश माथुर ने बताया कि आरंभिक आंकड़ों के अनुसार माइंस विभाग के 46 कार्यालयों द्वारा 11 लाख 74 हजार 166 पौधे लगवाये जा चुके हैं। 50 हजार से अधिक पौधारोपण वाले कार्यालयों में उदयपुर में 72082 पौधे, राजसमंद में 66502 पौधे, भीलवाड़ा में 53254 पौधे, ब्यावर में 51530 पौधे ओर नागौर में 49772 पौधे लगाये जा चुके हैं। समूचे प्रदेश में पौधारोपण का कार्य जारी है।#breakingnews #news #rajasthannews #currentnews #indianews #politicalnews #newstoday #latestnews #viralnews #todaysnews