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केंद्रीय पर्यावरण मंत्री एवं अलवर सांसद भूपेन्द्र यादव ने किया नीमराणा से हरियाणा सीमा तक की सड़क का शिलान्यास— केंद्रीय मंत्री लोकसभा क्षेत्र में पिछले 1 साल में 383 कार्यक्रमों में शामिल हुए, 600 से अधिक गांवों का दौरा किया

जयपुर, 13 जुलाईl केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री एवं अलवर सांसद श्री भूपेन्द्र यादव रविवार को नीमराना के बावड़ी के पास आयोजित स्टेटहाईवे-111A (नीमराना से हरियाणा सीमा तक) सड़क के शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे. श्री यादव ने सड़क शिलान्यास कर आमजन को संबोधित करते हुए कहा कि नीमराणा में केंद्र सरकार द्वारा 50 करोड़ रुपये की लागत का स्वीकृत स्टेटहाईवे-111A रोड़ नीमराना से नाघोड़ी, घिलोठ, डाबड़वास चावण्डी, माँढ़ण, गिगलाना, रायसराना, बिघाना जाट एवं हरियाणा सीमा की कनेक्टिविटी को बेहतर करेगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 2 सालों में करीब 270 किमी सड़क के लिए 270 करोड़ रुपए दिए हैं, जिनमें इस 48 किमी सड़क के लिए 50 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं. श्री यादव ने कहा कि मेरे यहां आने का मुख्य उद्देश्य नीमराणा की जनता को चुनावों में मेरा साथ देने के लिए धन्यवाद व आभार जताना था, यहां की जनता से मुझे बहुत ही मान और सम्मान मिला है. उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का मानना है "सरकारी योजनाओं को सौ प्रतिशत पूरा कराना असली धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय है" और मैं इसी को पूरा करने का प्रयास कर रहा हूँ. उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास एवं आने वाली पीढ़ी के लिए लाइब्रेरी एवं खेल के मैदान विषयों पर ग्रामीणों की चिंता होनी चाहिए, इस पर विचार होना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 'खेलो इंडिया' और जो 'फिट है वो हिट है' का नारा दिया एवं देशभर में खेलों के प्रति रुझान बढ़ाने के लिए खेल सांसद उत्सव कराने के लिए प्रोत्साहन दिया. उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी में इस भावना को बढ़ाने के लिए हम सभी को साथ मिलकर आगे आना चाहिए. श्री यादव ने माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए केंद्र के साथ मिलकर केंद्र की योजनाओं को पूरा करने की सहमति दिखाई है. उन्होंने कहा कि मैने पिछले 1 साल में लोकसभा क्षेत्र में 383 से अधिक कार्यक्रम किए और लगभग 600 गांवों का दौरा किया एवं आमजन की समस्याओं के निस्तारण का प्रयास किया है. उन्होंने कहा कि पूर्वी राजस्थान की सबसे बड़ी जल समस्या के समाधान के लिए मुख्यमंत्री ने जन समस्याओं को समझा एवं केंद्र सरकार ने भी नदियों को जोड़ने के लिए विशेष समिति गठित की एवं माननीय प्रधानमंत्री ने पार्वती- काली सिंध- चंबल परियोजना को अनुमोदन दिया. राजस्थान और मध्यप्रदेश सरकार के समन्वय से केंद्र सरकार ने इस पर पूरा मार्गदर्शन दिया और इसी का परिणाम हुआ कि 28 जनवरी को दोनों राज्यो के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हुए और प्रधानमंत्री की उपस्थिति में 17 दिसंबर को दोनों राज्यो का एमओयू का आदान-प्रदान भी हुआ. उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने राजस्थान सरकार की डीपीआर को स्वीकृति प्रदान कर दी है, इस पूरी परियोजना में कुल 4 हजार 102 मिलियन क्यूबिक मीटर जल उपलब्ध होगा, जिसमें 522 क्यूबिक मीटर जल को पुन संशोधित करके रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि 300 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी अलवर, राजगढ़, रैनी, मालाखेड़ा, उमरैण के साथ-साथ हमारे क्षेत्र के जलाशयों में आएगा. किताब भेंट कर किया सम्मान— कार्यक्रम के दौरान आयोजकों ने मंच पर किताब भेंट कर पर्यावरण मंत्री का अभिवादन किया गया। भेंट में आई किताब को माननीय मंत्री ने कार्यालय में रखने के निर्देश दिए। इस दौरान बहरोड़ विधायक डॉ. जसवंत यादव सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी मौजूद रहे। #breakingnews #news #rajasthannews #currentnews #indianews #politicalnews #newstoday #latestnews #viralnews #todaysnews